ऑपरेशन की मुख्य बातें:
भारतीय वायुसेना ने आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सटीक हमले किए।
हमले में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
भारतीय सेना ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और पाकिस्तान में किसी तरह की नागरिक क्षति की कोई खबर नहीं है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान पर "कायरतापूर्ण" हमला करने के लिए रात के अंधेरे का इस्तेमाल किया।
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसकी सेना ने भारत के हमले का दृढ़ जवाब दिया।
पाकिस्तान ने स्वीकार किया कि हमले में 26 नागरिक मारे गए हैं।
भारत की प्रतिक्रिया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी।
सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विपक्ष को अवगत कराने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी सशस्त्र बलों का समर्थन करती है और उन्हें शुभकामनाएं देती है ¹।
ऑपरेशन सिंदूर एक सैन्य ऑपरेशन था जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
ऑपरेशन की मुख्य बातें:
लक्ष्य: पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकवादी ठिकाने, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई जाती थी।
हमले की विधि: भारतीय वायुसेना ने सटीक हमले किए, जिसमें 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
नुकसान: जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और 4 करीबी सहयोगी मारे गए।
प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने हमले की निंदा की, जबकि भारत ने कहा कि वह पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए तैयार है।
महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाएं:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: ऑपरेशन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और ऑपरेशन की जानकारी दी।
गृह मंत्री अमित शाह: कहा कि ऑपरेशन सिंदूर निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या का जवाब था।
अमेरिकी मिशन: पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया और संघर्ष वाले क्षेत्र छोड़ने की सलाह दी।
चीन: ऑपरेशन को "खेदजनक" बताया।
परिणाम:
सुरक्षा बढ़ाई गई: दिल्ली और अन्य शहरों में सुरक्षा बढ़ाई गई, और कई हवाई अड्डों को नागरिक विमानों के लिए बंद कर दिया गया।
मॉक ड्रिल: दिल्ली के स्कूलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया ताकि आपातकालीन स्थितियों में छात्रों को तैयार किया जा सके ¹।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को कई लाभ हो सकते हैं:
राजनीतिक लाभ:
आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संदेश: ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत इच्छाशक्ति और कार्रवाई की क्षमता को दिखाया।
पाकिस्तान पर दबाव: इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान पर दबाव डाला है कि वह अपने क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए।
सैन्य लाभ:
सटीक हमले की क्षमता: ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय सेना की सटीक हमले करने की क्षमता को प्रदर्शित किया।
आतंकवादी ठिकानों का विनाश: इस ऑपरेशन में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने से आतंकवादी संगठनों की क्षमता कमजोर हुई है।
मनोवैज्ञानिक लाभ:
राष्ट्रवाद की भावना: ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय नागरिकों में राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा दिया है।
सेना के प्रति समर्थन: इस ऑपरेशन ने भारतीय सेना के प्रति नागरिकों का समर्थन और विश्वास बढ़ाया है।
भविष्य के लिए संदेश:
आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दिखाया।
पड़ोसी देशों को संदेश: इस ऑपरेशन ने पड़ोसी देशों को यह संदेश दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में सक्षम है।
आर्थिक लाभ:
निवेश में वृद्धि: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में निवेश में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि निवेशकों को लगता है कि भारत एक सुरक्षित और स्थिर देश है।
व्यापार में वृद्धि: इस ऑपरेशन के बाद भारत के साथ व्यापार करने वाले देशों का विश्वास बढ़ सकता है, जिससे व्यापार में वृद्धि हो सकती है।
कुल मिलाकर, ऑपरेशन सिंदूर ने भारत को कई लाभ पहुंचाए हैं और यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को कई देशों का समर्थन मिला था। इनमें से कुछ प्रमुख देश हैं:
संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिका ने भारत का समर्थन किया और कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है।
फ्रांस: फ्रांस ने भी भारत का समर्थन किया और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की बात कही।
इज़राइल: इज़राइल ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन दिया और कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है।
अमेरिकी सहयोगी देश: कई अमेरिकी सहयोगी देशों ने भी भारत का समर्थन किया, जिनमें ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया आदि शामिल हैं।
हालांकि, कुछ देशों ने भारत की कार्रवाई की आलोचना भी की, जिनमें शामिल हैं:
पाकिस्तान: पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर की निंदा की और कहा कि यह उसकी संप्रभुता का उल्लंघन है।
चीन: चीन ने भी ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना की और कहा कि यह क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डाल सकता है।
इन देशों के अलावा, कई अन्य देशों ने भी ऑपरेशन सिंदूर पर अपनी प्रतिक्रिया दी और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता दिखाई।
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