शनि के राशि परिवर्तन के प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं:सकारात्मक प्रभाव:- मीन, कर्क, और तुला राशि वालों के लिए शुभ: शनि का राशि परिवर्तन इन राशियों के लिए शुभ माना जा रहा है। उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं।
- नौकरी और व्यवसाय में प्रगति: शनि के राशि परिवर्तन से नौकरी और व्यवसाय में प्रगति हो सकती है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार: शनि के राशि परिवर्तन से आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
नकारात्मक प्रभाव:- मेष, वृषभ, और सिंह राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण: शनि का राशि परिवर्तन इन राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उनके जीवन में कुछ कठिनाइयाँ आ सकती हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं: शनि के राशि परिवर्तन से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- व्यक्तिगत संबंधों में तनाव: शनि के राशि परिवर्तन से व्यक्तिगत संबंधों में तनाव हो सकता है।
यह ध्यान रखें कि शनि के राशि परिवर्तन के प्रभाव व्यक्तिगत राशि और जन्म कुंडली पर निर्भर करते हैं। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि आप किसी ज्योतिषी से परामर्श लें ताकि आपको अपनी व्यक्तिगत स्थिति के बारे में अधिक सटीक जानकारी मिल सके।शनि की साढ़े साती कन्या राशि पर 2025, 2026 से 2116 तक रहेगी ¹। यह अवधि लगभग 29 साल तक चलेगी।शनि साढ़े साती के चरण:- उदय चरण: यह चरण कन्या राशि के लिए 2025 में शुरू होगा। इस दौरान आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुकसान, और निरुद्देश्य यात्रा की संभावना हो सकती है।
- शिखर चरण: यह चरण सबसे मुश्किल होता है। इसमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, चरित्र हनन की कोशिश, और मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है।
- अस्त चरण: यह चरण कन्या राशि के लिए 2114 में शुरू होगा। इस दौरान आर्थिक दबाव, ग़लतफ़हमी, और चोरी की संभावना हो सकती है।
शनि साढ़े साती के दौरान उपाय:- शनि मंत्र का जाप करें: "ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।"
- शनिवार को भैंस या काले तिल का दान करें।
- शनिवार को उपवास रखें।
- हनुमान जी की पूजा करें।
- 14 मुखी रूद्राक्ष पहनें।
- धतूरे के जड़ का उपयोग करें।
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