इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के लिए कुछ विकल्प निम्नलिखित हैं:

 


  • पेपर बैलेट: यह एक पारंपरिक वोटिंग प्रणाली है जिसमें मतदाता एक पेपर पर अपनी पसंद का निशान लगाते हैं।
  • वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी): यह एक प्रणाली है जिसमें ईवीएम के साथ एक पेपर ट्रेल जुड़ा होता है, जिससे मतदाता अपने वोट की पुष्टि कर सकते हैं।
  • इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम: यह एक आधुनिक प्रणाली है जिसमें मतदाता एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर अपनी पसंद का निशान लगाते हैं।
  • ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम: यह एक प्रणाली है जिसमें मतदाता ऑनलाइन अपनी पसंद का निशान लगा सकते हैं ¹।  
    ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम एक सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म है जो समूहों को सुरक्षित रूप से वोट और चुनाव आयोजित करने की अनुमति देता है। यह प्रणाली मतदाताओं को उनके घर, किसी अन्य देश या पोलिंग स्टेशन में एक कियोस्क से वोट करने की अनुमति देती है ¹।
    ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम के कुछ मुख्य लाभ हैं:
    • वोटर एक्सेसिबिलिटी: ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम मतदाताओं को दुनिया में कहीं से भी वोट करने की अनुमति देता है, जिससे वोटर टर्नआउट बढ़ जाता है।
    • कॉस्ट सेविंग्स एंड एफिशिएंसी: ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम पारंपरिक वोटिंग प्रणालियों की तुलना में अधिक किफायती और कुशल हैं।
    • ऑडिटेबिलिटी और वेरिफ़ाइबिलिटी: ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम वोटिंग प्रक्रिया को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए ऑडिट ट्रेल प्रदान करते हैं।
    ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम के कुछ मुख्य घटक हैं:
    • वोटिंग प्लेटफ़ॉर्म: यह वह प्लेटफ़ॉर्म है जहां मतदाता वोट करते हैं।
    • वोट मैनेजमेंट सिस्टम: यह प्रणाली वोटों को गिनती और रिकॉर्ड करती है।
    • सुरक्षा प्रणाली: यह प्रणाली वोटिंग प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
    ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम के कुछ मुख्य अनुप्रयोग हैं:
    • चुनाव: ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम चुनावों में मतदाताओं को वोट करने की अनुमति देता है।
    • कंपनी वोटिंग: ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम कंपनियों में वोटिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है।
    • संगठनात्मक वोटिंग: ऑनलाइन वोटिंग सिस्टम संगठनों में वोटिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है।

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